प्रदेश में 17 फरवरी से 3 मार्च तक सक्रिय टीबी रोग खोज अभियान संचालित किया जाएगा। छूटे हुए टीबी रोगियों की पहचान के लिए गांव के पंच एवं सरपंचों का सहयोग लिया जाएगा। टीबी के मरीज जो 6 वर्ष से छोटे है ऐसे बच्चों की जांच की व्यवस्था सिविल अस्पताल तथा जिला चिकित्सालय में शिशु रोग विषेषज्ञ द्वारा की जाएगी। एनजीओ की सहायता भी सक्रिय टीबी खोज अभियान में ली जाएगी जिससे खोज को एक जन अभियान बनाया जा सकें।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।