दुनिया के बाजारों पर कोरोना वायरस का असर दिख रहा है। पिछले दो दिनों में शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन यानी वीरवार को भी सेंसेक्स और निफ्टी में भारी बिकवाली हुई। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 278.69 अंक यानी 0.73 प्रतिशत टूटकर 39610.27 पर खुला। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 39.90 अंक लुढ़क कर 11,638.60 के स्तर पर खुला।
आज सिप्ला, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा मोटर्स,इंफ्राटेल, वेदांता लिमिटेड, गेल, टेक महिंद्रा, भारती एयरटेल और यूपीएल लाल निशान पर खुले तो अडाणी पोर्ट्स, हीरो मोटोकॉर्प, हिंदुस्तान यूनिलीवर, यस बैंक, डॉक्टर रेड्डी, जी लिमिटेड, नेस्ले इंडिया, इंडसइंड बैंक और एनटीपीसी के शेयर हरे निशान पर रहे। डॉलर के मुकाबले रुपया सपाट स्तर पर 71.65 के स्तर पर खुला। बुधवार को भी शेयर बाजार में लाल निशान पर बंद हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 392.24 अंक की गिरावट के साथ 39,888.96 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 119.40 अंक की गिरावट के बाद 11,678.50 के स्तर पर बंद हुआ।
कारोबारियों ने कहा कि कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के बीच वैश्विक स्तर पर चले बिकवाली के सिलसिले के बीच यहां भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई, जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग में अच्छा-खासा नुकसान रहा। भारतीय समयानुसार दोपहरबाद खुले यूरोपीय बाजार भी नीचे चल रहे थे। ब्रेंट कच्चा तेल का वायदा भाव 1.77 प्रतिशत के नुकसान से 53.30 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 20 पैसे की बढ़त के साथ 71.65 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।