शासकीय हमीदिया कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय भोपाल में भूगोल विभाग द्वारा 'पर्यावरणीय रुपांतरण के ज्वलंत मुद्दे' विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष शुक्ला उपस्थित रहे। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ पुष्पलता चौकसे, संचालन डॉ नीरजा भारद्वाज तथा आभार डॉ रजनी गुप्ता ने किया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता शुक्ला ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज मनुष्य की आवश्यकताएं बढ़ती जा रही है और यही कारण है कि मनुष्य अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्राकृतिक संसाधनों का तेजी से दोहन कर रहा है कई बार तो यह लगता है कि हम घर में नहीं स्टोर रूम में रह रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए ध्यान देने से ज्यादा आज प्रकृति के साथ कृतज्ञता का भाव जरुरी है। छात्र केवल विषय के तौर पर पर्यावरण को न देखें यह एक भावनात्मक विषय है जो हम सभी के जीवन के लिए अनिवार्य है।
डॉ पुष्पलता चौकसे ने अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कहा कि मनुष्य और प्रकृति के बीच सदैव से अंतर्सम्बन्ध है। सबसे पहले प्रकृति के साथ छेड़छाड़ मनुष्य ने ही शुरू की जिसके परिणाम आज हमारे सामने है। इस अवसर पर डॉ मणि,डॉ.रेखा धीमान, डॉ. संगीता सक्सेना, डॉ आरपी शाक्य, शुभम चौहान, आशुतोष मालवीय सहित छात्र उपस्थित रहे।