भोपाल। देशभक्ति और देशवासियों की सेवा के अपने अनगिनत कार्यों की वजह से जाना जाने वाला बी.एस.एस.एस महाविद्यालय इस बार भोपाल शहरवासियों को एक अनूठी भेंट देने जा रहा है। जिसके लिए महाविद्यालय के मयार समूह के 40 एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के 20 स्वयंसेवकों ने यह जि़म्मा उठाया है कि एक 40 घंटे लम्बे नाटक की प्रस्तुति दी जाए और वर्ल्ड रिकार्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया जाए। इस संदर्भ में भारत के सदियों पुराने इतिहास एवं सांस्कृतिक विरासत को नाटक के रूप में रूपांतरित कर, मंचित किया जाएगा। इस नाटक का रूपांतरण मयार नाट्य समूह के छात्रों द्वारा किया गया है जिसका शीर्षक है, कथा-ए-हिंद ।
इस कार्यक्रम को सफलता के शीर्ष तक पहुंचाने के लिए 2 महीनों से लगातार अभ्यास किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का शुभारंभ 29 फरवरी को प्रात: 9 बजे महाविद्यालय के सभागार में किया जाएगा। इस कार्यक्रम में सहभागिता करने वाले छात्र एवम् छात्राओं को महाविद्यालय के प्राचार्य फादर डॉ जॉन पीजे, कार्यक्रम प्रभारी डीबी सिंह एवं् सभी शिक्षकों द्वारा विशेष मार्गदर्शन और सहयोग दिया जा रहा है। साथ ही नाटक देखने हेतु शहर के सभी कलाप्रेमियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जा रहा है, जिससे की वे भी इस अनूठी पहल के साक्षी बन सके। उक्त नाटक के आयोजन व्यवस्था में बी एस एस एस रा से यो इकाई द्वारा मुख्य रूप से सहयोग प्रदान किया जाएगा।