सिंगरौली। इन दिनों सिटी बस संचालक व कंडक्टर मुसाफिरों को लूट रहे हैं। यात्रियों को टिकट भी नहीं दिए जा रहे हैं। लिहाजा भाड़ेे के नाम पर उनसे मनमर्जी रकम वसूल रहे हैं। कंडक्टरों को उपलब्ध कराई गईं इलेक्ट्रानिक टिकट मशीनें घरों में धूल खा रही हैं। इस बारे में जिम्मेदार अधिकारियों कुछ जानकारी होने के बावजूद भी चुप्पी साधे हैं
आम जनों की सहूलियत के लिए नगर निगम की ओर से संचालित सिटी बसें इन दिनों लूट-खसोट का जरिया बन गई हैं। बस संचालक व कंडक्टर यात्रियों की सहूलियत के लिए बनायी गई योजना को दरकिनार कर मनमर्जी कर रहे हैं। भाड़े के नाम पर यात्रियों से मनमानी रकम वसूल की जा रही है। महिलाओं को भी खड़ा होकर यात्रा करनी पड़ रही है। भाड़ा कम होने पर कंडक्टर यात्रियों को मारने और देख लेने तक की धमकी देते हैं।
योजना तो यह थी
यह भी व्यवस्था थी कि यात्रियों की जानकारी के लिए बसों, बस स्टैण्डों समेत अन्य सार्वजनिक जगहों पर किराया सूची लिखी जाएगी। महिलाओं को बैठने के लिए सीटें आरक्षित रहेंगी। स्कूल-कॉलेजों की लड़कियों को भाड़े में रियायत दी जाएगी। इलेक्ट्रानिक टिकट मशीन से टिकट दिया जाएगा। यह भी तय था कि ईटीएम से टिकट न देना अपराध माना जाएगा।
मगर हो यह रहा
यात्रियों को भूसे की तरह ठूंसा जा रहा है
टिकट नहीं दिया जा रहा है
भाड़े के नाम पर मनमानी वसूली की जा रही है
महिलाओं के लिए आरिक्षत सीटें समाप्त हो गईं
किराए की सूची कहीं नहीं लिखी गई है
भाड़े में चलाई जा रही है सिटी बसें
सिटी बसों के नियम नगर निगम के द्वारा बना कर दिया गया है लेकिन वही सिटी बस के संचालक के द्वारा मनमानी रूट अपनाने का काम किया जा रहा है वही आपको बता दें कि कंडक्टर और ड्राइवर कभी भी वर्दी में नहीं रहते वही शादियों ब रातों में गाड़ियों को बुकिंग में भी चलाया जा रहा है जिससे आवागमन में यात्रियों को भारी समस्या हो रही है सिटी बसों का समय भी निर्धारित किया गया है लेकिन बस इस समय से नहीं चलती बल्कि हर बस लेट होकर यहां से गुजरती हैं। नगर निगम अधिकारी का संरक्षण, फर्म किसी और का संचालन कोई और.......?_