भोपाल। जिस प्रशिक्षण संस्थान में पुलिसिंग का ककहरा सीख कर अपना जीवन पुलिस सेवा में समर्पित किया, फिर से जब उसी संस्थान में जाने का मौका मिला तो सभी की आँखे भर आईं। वर्षो से बिछड़े साथियों का यह भावुक भरा मिलन देखते ही बन रहा था। यहाँ बात हो रही है जेएनपीए (जवाहर लाल नेहरू पुलिस प्रशिक्षण अकादमी) सागर में आज से शुरू हुए अनूठे तीन दिवसीय सेमीनार (री-यूनियन) की। इस सेमीनार में ऐसे वरिष्ठ उप निरीक्षक भाग लेने आए हैं, जिन्होंने आजादी के बाद से वर्ष 1969 तक की अवधि के दौरान जेएनपीए में प्रशिक्षण लिया था और वे उप पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद से सेवानिवृत हुए हैं। इन सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों ने मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में उप निरीक्षक से लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर रहकर अपनी सेवाएँ दी थीं।
पुलिस मुख्यालय की प्रशिक्षण शाखा की पहल पर इन सुपर ओल्ड बॉयज यानि युवाओं जैसे जज्बे से भरे सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों का यह सेमीनार आयोजित हो रहा है। जेएनपीए पहुँचकर सभी प्रतिभागी सेवानिवृत पुलिस अधिकारी एक दूसरे से गले मिले और अपनी पुरानी स्मृतियों को याद किया। जेएनपीए परिसर को देखकर सभी भावुक हुए बिना नहीं रह सके। सभी प्रशिक्षणार्थियों ने पुराने साथियों का मिलन कराने के लिए विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण श्री संजय राणा एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण श्रीमती अनुराधा शंकर के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया। मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में निवासरत सभी बुजुर्ग प्रशिक्षणार्थियों का जब सड़क व रेल मार्ग से सागर आगमन हुआ तब उप पुलिस महानिरीक्षक एवं जेएनपीए के उप निदेशक श्री राजेश हिंगणकर ने पुष्पाहारों से सभी का आत्मीय स्वागत किया। जेएनपीए पहुँचकर बुजुर्ग प्रशिक्षु अधिकारी एवं उनकी धर्मपत्नी गदगद थीं।