वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में वयोवृद्ध बारसिंघा 20 फरवरी को देर शाम मृत पाया गया। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में कान्हा टाईगर रिजर्व से सात बारासिंघा वन विहार लाये गये थे, जिनकी संख्या सात से बढ़कर सत्रह हो गई थी। उक्त मादा बारासिंघा की मृत्यु उपरांत वर्तमान में वन विहार में सोलह बारासिंघा मौजूद है।
वन विहार के वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता एवं उनके दल द्वारा 21 फरवरी को मृत बारासिंघा का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम में प्रथम दृष्टया मादा बारासिंघा की मृत्यु अतिवृद्ध होने के कारण आंतरिक अंगों का काम न करना पाया गया। यह उसकी स्वाभाविक मृत्यु हुई है। मादा बारासिंघा को संचालक वन विहार श्रीमती कमलिका मोहंता एवं सहायक संचालक श्री ए.के. जैन एवं अन्य स्टाफ की उपस्थिति में अग्नि को समर्पित किया गया।