(जी.एन.एस) ता. 28
मेलबर्न
सेमीफाइनल में जगह तय होने के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम आईसीसी टी20 विश्व कप में शनिवार को यहां श्रीलंका के खिलाफ होने वाले ग्रुप ए के अपने अंतिम लीग मैच में बल्लेबाजी की कमियां दूर करने पर ध्यान देगी। भारतीय टीम शानदार फार्म में है। उसने मौजूदा चैंपियन आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। दूसरी तरफ श्रीलंका दो हार से सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुका है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 17 रन से और बांग्लादेश को 18 रन से हराया जबकि न्यूजीलैंड के खिलाफ गुरुवार को उसने चार रन से करीबी जीत दर्ज की थी। ऐसे में ग्रुप के अंतिम मैच में हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम बढ़े आत्मविश्वास के साथ उतरेगी। लेकिन भारतीयों के लिए कुछ क्षेत्र चिंता का विषय हैं और आगे के कड़े मैचों से पहले वह उनसे पार पाने की कोशिश करेंगे। पहले के तीनों मैचों में भारत बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहा था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह 132, बांग्लादेश के खिलाफ 142 और न्यूजीलैंड के खिलाफ 133 रन ही बना पाया था। भारतीय मध्यक्रम किसी भी मैच में अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाया और टीम कम स्कोर ही बना पाई। तीनों मैचों में हालांकि गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन करके भारत को जीत दिलाई। बल्लेबाजी में भारत अभी तक 16 वर्षीय शेफाली वर्मा पर निर्भर रहा है लेकिन मध्यक्रम की नाकामी भारत को मुश्किल में डाल सकती है। हरमनप्रीत और वेदा कृष्णमूर्ति जैसी बल्लेबाजों को अब जिम्मेदारी लेनी होगी। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना भी अब तक बड़ी पारी नहीं खेल पाई हैं।
शेफाली ने अब तक तीन मैचों में 114 रन बनाए हैं लेकिन इनमें कोई अर्धशतक शामिल नहीं है। उन्हें भी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने की जरूरत है। कप्तान हरमनप्रीत भी अपने बल्लेबाजों की नाकामी से निराश हैं जो अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाए। उन्होंने नाकआउट चरण से पहले बल्लेबाजों से इस तरह की बचकानी गलतियों से बचने के लिए कहा। उन्होंने कहा, ‘अब कड़े मैच होंगे और हम बचकानी गलतियां नहीं कर सकते। शेफाली हमें अच्छी शुरुआत दे रही है। उसके शुरुआती रन हमारे लिये काफी महत्वपूर्ण हैं।' भारतीय गेंदबाजी हालांकि प्रभावशाली रही है। लेग स्पिनर पूनम यादव ने अब तक आठ विकेट लिये हैं जिनमें आस्ट्रेलिया के खिलाफ 19 रन देकर चार विकेट का मैच विजेता प्रदर्शन भी शामिल है। उन्हें राजेश्वरी गायकवाड़, दीप्ति शर्मा और युवा तेज गेंदबाज शिखा पांडे का अच्छा सहयोग मिला है।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।