देश में कोरोना वायरस से मरीजों की संख्या बढ़कर 724 हो गई है। कोरोना वायरस से मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर पूरा देश चिंतित है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) भी कोरोना को लेकर काफी गंभीर हो गया है। यही वजह है कि आरबीआई ने एहतिहातन 50 कर्मचारियों को क्वारनटीन करने का फैसला किया है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना को लेकर हम गंभीर है। हम किसी भी तरीके का रिस्क नहीं उठाना चाहते हैं, इसलिए कई कदम उठाए गए हैं। 50 कर्मचारियों को क्वारनटीन करने का फैसला किया गया है, जिससे आरबीआई के कामकाज में कोई परेशानी न हो। देश की सबसे बड़ी संस्थाओं में से एक आरबीआई ने अपने 50 कर्मचारियों को क्वारनटीन करने का फैसला किया है। दरअसल, आरबीआई का एक भी कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो सभी कर्मचारियों को आइसोलेशन वार्ड में रखना होगा और उनका टेस्ट होगा। ऐसे में आरबीआई ने 50 कर्मचारियों को क्वारनटीन कर लिया है। यानी यह हर वक्त ऑफिस में ही रहेंगे। आरबीआई ने जिन कर्मचारियों को क्वारनटीन किया है, वह अब किसी से नहीं मिल पाएंगे। यहां तक की वह अपने परिवार वालों से भी नहीं मिल सकते हैं। यह लोग एक जगह रहेंगे, जहां पर कोई बाहरी न आ सकता है और न तो यह बाहर जा सकते हैं। आरबीआई गवर्नर का कहना है कि बैंकिंग का काम प्रभावित न हो, इसलिए हमने कर्मचारियों को क्वारनटीन किया है।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।