कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता देख अब पर्वतीय राज्य हिमाचल प्रदेश को भी लॉकडाउन करने का ऐलान कर दिया गया है। हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह ऐलान किया है। सीएम ने कहा कि अगले आदेशों तक लॉकडाउन रहेगा। कांगड़ा की तर्ज पर पूरे हिमाचल में आज से लॉकडाउन किया जा रहा है। कांगड़ा को रविवार को ही लॉकडाउन कर दिया गया है। इससे पहले, आठ दिन के अवकाश के बाद सुबह 11 बजे हिमाचल विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ। सोमवार को सत्र को केवल एक घंटे के लिए ही बुलाया गया है। बता दें कि हिमाचल में अब तक कोरोना वायरस के दो मरीज सामने आए हैं। सोमवार को सदन में कोरोना वायरस पर कांग्रेस और नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार से पूरे प्रदेश को लॉकडाउन करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों को अवकाश पर भेजे और इस दौरान अवकाश का वेतन दिया जाए। मुकेश ने कहा कि 15 दिन के लिए लॉकडाउन किया जाए, क्योंकि प्रदेश को बचाने के लिए यही एकमात्र उपाय है। विधानसभा में कांग्रेस नियम-67 के तहत सदन में स्थगन प्रस्ताव लाई थी। प्रस्ताव के जवाब में सीएम जयराम ठाकुर ने विधानसभा में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया। सीएम ने विधानसभा में बताया कि हिमाचल में अब तक विदेशों से 1237 लोग आए हैं। इनमें से 426 लोग 28 दिन पूरे कर चुके हैं। सूबे में अभी तक 57 संदिग्ध लोगों के टेस्ट हुए हैं, जिसमें 55 सैंपल नेगेटिव और दो सैंपल पॉजिटिव मिले हैं। कांगड़ा जिले में 2 पॉजिटिव केस मिले हैं। इस वक्त 667 लोग होम आइसोलेशन में हैं. इसके अलावा भी कुछ लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग कोरोना वायरस को लेकर जारी गाइडलाइंस तोड़ रहे हैं, उनके खिलाफ सख्ती की जा रही है। सीएम ने कहा कि पूरे विश्व के साथ-साथ हम भी कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर चिंतित हैं। साथ ही हम विपक्ष की चिंता से भी सहमत हैं। केवल बचाव ही इस बीमारी का इलाज है।
देश का ऑटोमोवाइल सेक्टर जल्द ही सवसे वड़े हव के रूम में अपनी पहचान वनाएगा। यह दावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में भारत का ऑटोमोवाइल क्षेत्र दुनिया में पहले नंवर पर पहुंच जाएगा।